केकड़ी में चुनावी दौड़ शुरू, रिंकू कंवर ने उठाए सवाल



केकड़ी। राज्य में विधानसभा चुनाव अगले साल होने हैं, परन्तु लगने लगा है कि केकड़ी में विधानसभा चुनावों की दौड़ अभी से प्रारंभ हो गई है। इसका अंदाजा राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मंगलवार को केकड़ी में आयोजित विशाल किसान एवं कार्यकर्ता सम्मेलन में दिये गये उद्बोधन से लगाया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने अपने अब तक के कार्यकाल में किये गये सभी कार्यों का बखान करते हुए सभी से आव्हान किया कि केकड़ी का विकास कांग्रेस की सरकार में ही संभव हो पायेगा। मुख्यमंत्री ने स्थानीय विधायक रघु शर्मा की तारीफों के जम कर पुल बांधे तथा उनके द्वारा कराये जा रहे विकास कार्यों की जमकर तारीफ कर उन खबरों पर भी लगाम लगा दी, जो उनके व रघु शर्मा के रिश्तों को लेकर अनेकों बार उठती रही हैं। हालांकि विशेषज्ञ मानते हैं कि गहलोत राजनीति के चाणक्य हैं और उन्हें कब क्या और किसके लिये बोलना है, यह वे बखूबी जानते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो अशोक गहलोत ने अगले साल होने वाले चुनावों के मद्देनजर ही इस प्रकार की बातें रघु शर्मा के लिये कही हैं। जिस मकसद से रघु शर्मा द्वारा इस पूरे कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, उसमें रघु शर्मा पूर्ण रूप से सफल हुए हैं। वहीं दूसरी ओर भाजपा की विगत विधानसभा प्रत्याशी व भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रिंकू कंवर राठौड़ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंगलवार को केकड़ी यात्रा पर अनेक सवाल खड़े किये हैं। राठौड़ ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि सवा तीन साल का राज्य सरकार का कार्यकाल थोथी घोषणाओं का कार्यकाल रहा है। जो कार्य हुए हैं, वे विगत शासनकाल में ही प्रारंभ कर दिये गये थे, परन्तु चुनाव आचार संहिता लगने के कारण उनका लोकार्पण नहीं हो सका था। उन पर शिलान्यास कर फीते काटे गये। अब चुनावी आहट के चलते इस तरह के दौरे कर जनता को बरगलाने की कोशिशें की जा रही हैं। आज जनता को रोटी, पानी, बिजली की आवश्यक्ता है, लेकिन कांग्रेस राज में एक भी पानी की टंकी बनना तो दूर जो बनी हुई हैं, उनके कनैक्शन तक नहीं किये जा रहे हैं। यही हाल बिजली का है। खेतों में पूरे पावर के साथ बिजली नहीं मिल रही हैं, जिससे किसानों को भयंकर सर्दी में भी रातभर खेतों में जागने को मजबूर होना पड़ा, जिससे अनेक की जानें भी जा चुकी हैं। राठौड़ ने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री की विधानसभा चुनावों के बाद तीन यात्राएं हो चुकी हैं, जिसमें क्षेत्र को सिर्फ थोथी घोषणाओं के सिवाय कुछ नहीं मिल पाया है। जो हश्र पिछली दोनों यात्राओं का हुआ है, वही हश्र मंगलवार को हुई यात्रा का भी होगा। बीसलपुर योजना, जो अजमेर जिले व खासकर फ्लोराइडयुक्त पानी पीने वाले गांवों के लिये बनीं थी, उनका हक छीन कर आज जयपुर को प्रतिदिन पानी दिया जा रहा है। अजमेर जिले के अनेक गांव आज भी बीसलपुर योजना से जुडऩे के लिये तरस रहे हैं, जिसका ज्वलंत उदाहरण है सूरजपुरा ग्राम, जहां फ्लोराइड युक्त पानी पी-पी कर पूरा गांव कुबड़पन से ग्रस्त हो चुका है। बीसलपुर से जोडऩे के बाद भी ग्राम में आज तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। इसी प्रकार अतिवृष्टि एवं पाले से नष्ट हुई फसलों का पूरा मुआवजा किसानों को नहीं मिल पाया है, न ही किसानों की उपज को समर्थन मूल्यों पर खरीदा गया है, जिसे प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष स्वयं भी कबूल कर चुके हैं। राठौड़ ने आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि नरेगा में आज मजदूरों को पूरी मजदूरी तक भी नहीं मिल पा रही है। जो कुछ मिल रहा है, वह भी समय पर प्राप्त नहीं हो रहा है। राठौड़ ने कांग्रेस द्वारा दिये गये नारों पर वार करते हुए कहा कि आजादी के 64 वर्षों में अधिकतम समय तक केन्द्र व राज्य में शासन करने वाली कांग्रेस पार्टी ने किसानों व मजदूरों का शोषण करते हुए कभी मां के नाम पर तो कभी बेटे के नाम से तो कभी कांग्रेस का हाथ गरीब के साथ जैसे लुभावने नारे देकर सत्ता हथियाई है, जबकि वास्तविकता यह है कि कांग्रेस का हाथ गरीब के गले व पेट पर है। राठौड़ ने कहा कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज उठाने की बात तो कांग्रेसी राजीव गांधी के नाम से करते हैं, परन्तु उनसे सवाल है कि शासन में रहते हुए उन्हें कानून बनाने से किसने रोका था। आज भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच चुका है। भ्रष्टाचार व अनैतिक आचरण के चलते अनेक मंत्रियों को अपने पदों से त्यागपत्र देना पड़ा है। नगर की अव्यवस्थाओं पर राठौड़ ने कहा कि केकड़ी व सरवाड़ नगरपालिका में भाजपा का बोर्ड होने के कारण उनके साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है, जिससे शहर पूर्ण रूप से बेहाल है। मुख्यमंत्री द्वारा प्रारंभ निशुल्क दवा योजना मात्र ढकोसला है। दवा वितरण केन्द्रों पर आधी दवाइयां भी नहीं मिल पा रही हैं, जिससे गरीब जनता को पैसे देकर ही दवाइयां खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है। राठौड़ ने गहलोत की इस यात्रा पर सबसे बड़ा सवाल दागते हुए कहा कि गहलोत जिस अस्पताल का शिलान्यास करने मंगलवार को केकड़ी पहुंचे थे, वह भाजपा शासनकाल की ही देन है। भाजपा के शासनकाल में चिकित्सालय के लिये भूमि आवंटन किया जा चुका था तथा डाक्टरों के लिये क्वाटरों का निर्माण भी करवा दिया गया था। चुनावी आचार संहिता के चलते चिकित्सालय भवन का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया था। इस कार्य को आगे बढ़ाने में ही वर्तमान सरकार को सवा तीन वर्ष का लंबा समय लग गया। राठौड़ ने मुख्य सचेतक व विधायक रघु शर्मा पर सवाल दागते हुए कहा कि वे बातें तो करोड़ों के विकास कार्यों की करते हैं, जिन्हें हम मान भी लें तो आखिर करोड़ों रुपयों के विकास कार्य कहां हुए, इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। राठौड़ ने आरोप लगाते हुए कहा कि क्षेत्र में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच चुका है। क्षेत्र की जनता को अधीक्षण अभियंता कार्यालय नहीं, खेतों व घरों में नियमित बिजली, पानी, सड़कें, शिक्षा व चिकित्सा की सुविधाएं चाहिएं, जो कांग्रेस सरकार देने में पूर्ण रूप से विफल रही है। मुख्यमंत्री के दौरे के लिये लाखों रुपये सरकारी विज्ञापन व होर्डिंग्स पर खर्च कर क्षेत्रीय गरीब जनता का मखौल उड़ाया है। स्कूलों सरकारी विभागों व नरेगा में अघोषित छुट्टी करके सम्मेलन में भीड़ एकत्रित की गई, जिसकी भाजपा कड़ी भत्र्सना करती हैं। 

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