गहलोत ने सबको भ्रमित किया है, यह जनता के साथ घोर अन्याय है-भदेल




जयपुर। आज विधानसभा में दक्षिण क्षेत्र अजमेर की विधायिका अनीता भदेल द्वारा प्रष्नकाल में प्रष्न संख्या 737/आबकारी के सूचीबद्ध संख्या 86 के जवाब में खण्ड 5 का जवाब देते समय यह बताया गया कि नवजीवन योजना के संचालन हेतु जारी दिषा निर्देष 2011 में उक्त चिन्हित अनुसूचित जाति/जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग के लाभार्थियों के बच्चों को षैक्षणिक विकास हेतु पूर्व से ही विभाग द्वारा संचालित छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत लाभान्वित किए जाने की व्यवस्था की गई है तथा औद्योगिक प्रषिक्षण संस्थान जोधपुर के परिसर में एक छात्रावास खोले जाने का निर्णय लिया गया है। जबकि माननीय मुख्यमंत्री श्री अषोक गहलोत के बजट भाशण दिनांक 9 मार्च 2011 के पैरा नंबर 74 में यह स्पश्ट उल्लेख किया गया है कि नवजीवन योजना से लाभांवित बच्चों को छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। इसके अतिरिक्त लाभांवित परिवारों के बच्चों के लिए राजकीय औद्योगिक प्रषिक्षण संस्थान में छात्रावास खोला जाएगा, परंतु एक वर्श पूरा बीत जाने के बावजूद छात्रावास खोले जाने का सिर्फ निर्णयभर किया गया है। यह मूर्त रूप में कब प्रारंभ होगा कोई पता नहीं। इसके अतिरिक्त जो छात्रवृत्ति उक्त बालकों हेतु दी जा रही है, वह तो अनुसूचित जाति, जनजाति व पिछड़ा वर्ग के केाटे में बरसों से दी जा रही है, इसमें नया कुछ भी नहीं है। फिर भी अषोक गहलोत जी ने बजट में घोशणा कर सबको भ्रमित किया है। यह राजस्थान की जनता के साथ घोर अन्याय है, जिसकी मैं कठोर षब्दों में निदंा करती हूं।

इसके अतिरिक्त महामहित राज्यपाल महोदय के अभिभाशण पर धन्यवाद प्रस्ताव के भाशण पर बोलते हुए बांसवाड़ा से आने वाले माननयी विधायक अर्जुन बामनिया जी द्वारा यह कहा गया कि सरकार ने दो रूपए किलो में बीपीएल परिवारों को 25 किलो गेहूं उपलब्ध कराकर बहुत ही नेक काम किया है। परंतु धरातल की हकीकत यह है कि पूर्व में इन परिवारों को 35 किलो गेहूं मिला करता था जिसमें 10 किलो की कटौती इस सरकार ने की है। इसके अतिरिक्त 25 किलो गेहूं ना दिया जाकर 15 किलो गेहूं दिया जा रहा है व 10 किलो आटा जबरदस्ती बीपीएल परिवारों को दिया जा रहा है जिसकी कीमत 2 रू नहीं है। जब विधायक अनीता भदेल ने माननीय बांसवाड़ा से आने वाले सदस्य को टोकते हुए यह बात कही तो मंत्री महोदय ने उठकर जवाब दिया कि माननीय सदस्या आप सही नहीं कह रहीं। मैं अजमेर की यात्रा पर गया था और मैंने 25 किलेा गेहूं देने का आदेष दिया है, तब विधायक अनीता भदेल ने यह बात कही कि अजमेर में मंत्री महोदय आपका आदेष नहीं चलता वहां तो हमारे डीएसओ का ही आदेष चलता है। आप अभी अजमेर फोन करें ओैर किसी भी राषन डीलर के नंबर पर बात कर इस बात की सत्यता का पता लगाएं। अजमेर में डीएसओ अपनी मनमर्जी से आदेष निकालता है। सरकार के मंत्रियों का आदेष क्या है इसकी परवाह उसे नहीं है।

जमीनी हकीकत से मंत्री वाकिफ नहीं है यह सरकार की कौनसी गुड गवर्नैन्स है हमें तो पता नहीं। यह कहने के बाद विधानसभा में मंत्री महोदय से जवाब देता ना बना। जबकि अषोक गहलोत के बजट भाशण वर्श 2010-2011 के पैरा नंबर 137 पर स्पश्ट उल्लेख है कि 2 रूपए प्रति किलो की दर से गेहूं बीपीएल परिवारों को उपलब्ध कराया जाएगा। 

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