वाहनों में जाने वाले स्कूली बच्चों की सुरक्षा प्रमुख-मीना




अजमेर। पुलिस अधीक्षक राजेश मीना ने उनके कक्ष में आयोजित बालवाहिनी समिति की बैठक में कहा कि स्कूलों में विभिन्न वाहनों से जाने वाले बच्चों की सुरक्षा प्रमुख है। स्कूली बच्चों को लाने ले जाने वाले वाहन जो बालवाहिनी की सीमा में आते हैं, उन पर इसके सभी नियम लागू होंगे।

मीना ने विभिन्न प्रमुख स्कूल जिनमें विभिन्न वाहनों से छात्र-छात्रायें स्कूल पहुंचते हैं, जिन्हें मुख्य सड़क पर ही उतार दिया जाता है और वापस मुख्य सड़क से वाहनों में बैठाया जाता है, जो पूरी तरह से गलत है। इसमें दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। अत: स्कूल प्रबंधन को बच्चों को स्कूल परिसर से ही वाहनों में बैठाने और उतारने की व्यवस्था करनी होगी। उन्होंने इसके लिए उपपुलिस अधीक्षक जयसिंह राठौड़ एवं जिला यातायात अधिकारी की समिति बनाई, जो शीघ्र ही अजमेर शहर के विभिन्न स्कूलों में जाकर वहां पर वाहनों के प्रवेश व निकास की व्यवस्था देखकर स्कूल के प्रबंधन से बातचीत कर उन्हें बतायेंगे।

पुलिस अधीक्षक ने ऑटोरिक्शा और वेन में बच्चों की ओवरलोडिंग की भी जांच कराने के लिए कहा। प्रादेशिक परिवहन अधिकारी सत्येन्द्र नामा ने बालवाहिनी से संबंधित विभिन्न नियम ओर सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों के बारे में बताया और कहा कि इन नियमों की पूरी पालना करना सभी का दायित्व है। उपपुलिस अधीक्षक यातायात जयसिंह राठौड़ ने बताया कि स्कूलों में छुट्टी के समय मुख्य सड़कों की स्थिति खराब हो जाती है। मुख्य मार्गों पर वाहन और बच्चों की भीड़ होती है तथा दुर्घटना की आशंका हमेशा बनीं रहती है। बैठक में जिला यातायात अधिकारी सुधीर बंसल, केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अधिकारी, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सहित ऑटो रिक्शा व बस यूनियन के अध्यक्ष, सोफिया, कान्वेन्ट, मयूर, ऑल सेन्ट, स्टीफन, माहेश्वरी स्कूल के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। ऑटो रिक्शा एसोसियेशन के अध्यक्ष करण सिंह व प्राइवेट बस एसोसियेशन के अध्यक्ष नवीन सोगानी ने विश्वास दिलाया कि उनके वाहनों में ओवरलोडिंग नहीं होगी तथा बालवाहिनी के नियमों का पूरी तरह से पालन किया जायेगा। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लोकेश सोनवाल भी मौजूद थे।

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